Blog- अयोध्या के राम, राम समूचा व्यक्तित्व |

अयोध्या के राम

आज आवश्यकता है राम के आदर्शों को समझने की…

अयोध्या के राम

भगवान् राम और राम की अयोध्या – राम मन्दिर का शिलान्यास |सपने का सच होना कैसा होता है? यह हर सनातनी आज महसूस कर रहा है| यह सुखद घड़ी रामलला के भव्य मंदिर निर्माणके शिलान्यास की है| जी हाँ, हमारा सदियों पुराना सपना सच हो रहा है|अयोध्या तो राममयी है ही पर आज उसकी तपस्या पूर्ण हुई है| वह जीवंत हो उठी है और देखो अयोध्या कैसे झूम रही है| सरयू का अपना उत्साह है| अपने शीतल मधुर पावन जल से भगवान् राम के अभिषेक के लिए लालायित है| हम २१वीं सदी में है तो क्या हुआ ? आज भी राम प्रासंगिक है ,वे हमारी पीढ़ी के लिए आदर्श हैं| राम कल्पना नहीं है राम यथार्थ हैं|

राम शब्द की महत्ता इतनी क्यों है ?

हम सभी जानते हैं कि राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था| और भगवान् राम विष्णु का अवतार थे|
भगवान् राम का नाम उनके गुरु महर्षि वशिष्ट ने रखा था| राम नाम की महत्ता इसलिए है – राम शब्द दो बीजाक्षरों – अग्निबीज और अमृतबीज से मिलकर बना है|
ये बीजाक्षर दिमाग, शरीर और आत्मा को शक्ति प्रदान करते हैं | राम का नाम अखण्डता का प्रतीक है तभी तो राम हमें जोड़ते हैं ,मिलाते हैं | शांति, सद्भाव, सहनशीलता और त्याग से जीवन को उत्कर्ष की ओर ले जाने का मार्ग दिखाते हैं |

क्या हैं मायने राम के ?- अयोध्या के राम-


राम धर्म हैं, राम हमारी संस्कृति हैं | भगवान् राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, राम परम आदर्श हैं| राम अस्तित्व हैं परम्पराओं के, राम समूचा व्यक्तित्व हैं| भगवान् राम अवतारी पुरुष हैं, राम हमारे जीवन के रोल मॉडल हैं|


अयोध्या के राममानवीय मूल्यों के समर्थक हैं


शबरी के जूठे बेर सहज और सरल होकर खाते हैं और बातों ही बातों में शबरी को ज्ञान देते है| केवट के जीवन की नैया पार लगाने में, अहिल्या का उद्धार,करने में ज़रा भी देरी नहीं करते हैं| राम रामराज्य को साकार करते हैं जहां सभी सामान हैं कोई छोटा बड़ा नहीं है |
आज के सन्दर्भ में राम हमें आसुरी प्रवृत्तियों से दूर रहने का सन्देश देते हैं |

  • भगवान् राम का सम्पूर्ण जीवन तपस्या है |
  • राम के मूल्यों को ,गुणों को अपने जीवन में यदि हम उतारना चाहें तो हमें राम को भजना होगा |
  • राम राम जपना होगा|

कोई व्यक्ति सतत साधना के द्वारा अपने संस्कारों का परिशोधन कर ..


तो आइये ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् राम को हम नमन करें और एक स्वर में कहें-


राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे ।
सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने ॥


यह श्री राम तारक मंत्र हमें स्वस्थ, सुरक्षित तो रखेगा ही हमारे दिमाग शरीर और आत्मा को शक्ति प्रदान करेगा |कोरोना वायरस की नकारात्मकता से लड़ने की शक्ति प्रदान करेगा, यही समय की नितांत मांग है |

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